पेट्रोल पम्प पर आपको ऐसे बनाया जाता है मुर्ख,जानिए पम्प पर होने वाली धोखाधड़ी से कैसे बच सकते है?पेट्रोल पंप पर पेट्रोल की मशीन में चिप लगाकर तेल कम बेचा जा रहा था, पुलिस ने पकड़ा
व्यापार में एक शब्द का इस्तेमाल बहुत किया जाता है - घटतौली. मतलब दुकान सामान तोल ने वाले तराजू में खेल करके सामान को कम तौलना और पैसे पूरे ले लेना बहुत से दुकानदार पहले तराजू के नीचे चुंबक या कोई और चीज को चिपका लेते थे.जिस से सामान को तोलने पर कम सामान देना पड़ता था इलेक्ट्रिक मशीनों के आ जाने से अब ये काम बंद हो गया है. और अब इस काम को मॉडर्न तरीको सी किया जा ने लगा है अब एक चिप की मदद से ऐसा किया जाता है आंध्र प्रदेश से एक ऐसा ही मामला सामने आया है आंध्र प्रदेश के चित्तूर ज़िले के पेट्रोल मशीन में चिप लगाकर कम तेल बेचा जा रहा था.
पुलिस को जब इस बात का पता चला तो छापेमारी के गयी. तेल मापा गया तो पता चला कि 40 मिलीलीटर तेल कम डाला जा रहा है मतलब एक लीटर तेल भरवाने पर आपको 40 मिलीलीटर तेल कम मिलेगा जबकि मशीन की स्क्रीन पर तेल की मात्रा एक लीटर ही दिखाती है. चित्तूर पुलिस के डीएसपी ईश्वर रेड्डी ने इस बात की जानकारी दी इस पेट्रोल पंप के मैनेजर को हिरासत में लिया गया है . मैनेजर के अलावा इस पेट्रोल पंप के मालिक और चिप बेचने वाले के खिलाफ भी केस दर्ज होगा और उचित दंड दिया जा आय गा
आपके साथ ठगी होने पर आप ऐसे मामलों में क्या करें?
इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं. अगर आपको ऐसा लगता है कि कहीं पर पेट्रोल-डीज़ल कम करके बेचा जा रहा है, तो इससे बचने के लिए आप रीड-आउट स्लिप पेट्रोल पम्प वाले से मांग सकते हैं, जिसमें पेट्रोल-डीज़ल की मात्रा लिखी होती है.पेट्रोल-डीज़ल भरवाने से पहले मशीन पर ज़ीरो हमेशा देख लेना चाहीऐ और मशीन पर नज़र रखना चाहीऐ. आप लीटर वाले फनल से भी तेल देने के लिया कह सकते हैं. इस बात को सुनिश्चत कर ले कि पेट्रोल पंप अटेंडेंट पेट्रोल-डीज़ल देते समय पंप हैंडल को सही से लॉक किया है या नहीं बार-बार पंप के हैंडल दबाने से तेल कई बार टंकी तक पहुंचने से पहले ही रोक लिया जाता हैजानिए अपने अधिकारो के बारे में
जानिए अपने अधिकारो के बारे में
ठगी के ऐसे मामलों में ग्राहकों के लिए उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के नियमों को सख्त बनाया गया है. मिलावटखोरी, नकली प्रोडक्ट या घटतौली जैसे मामलो में आप भी इन अधिकारों का इस्तेमाल कर सकते हैं. सेंट्रलाइज्ड पब्लिक ग्रीवेंस रिड्रेस एंड मॉनिटरिंग सिस्टम के पोर्टल पर यानी pgportal.gov.in पर आप अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. आपको पेट्रोल और डीजल की क्वालिटी और क्वांटिटी के बारे में जानने और बिल पाने का पूरा अधिकार दिया गया है. पेट्रोल पंप पर भी शिकायती बॉक्स या रजिस्टर रखा होता है या रखना अनिवार्य होता है. अगर आपकी शिकायत सही पाई जाती है तो पेट्रोल पंप का लाइसेंस रद्द हो सकता है. पेट्रोल पंप पर संबंधित पेट्रोलियम कंपनी का भी नंबर लिखा होता है, जहां आप कंपनी से संपर्क कर सकते हैं.और अपनी शिकयत दर्ज करा सक ते है
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