लद्दाख में जारी तनातनी के बीच भारत और चीन के विदेश मंत्री में आज मुलाकात हो सकती है सीमा परपिछले दिनों जो टकराव बढ़ा है उसको ले कर विदेश मंत्री एस जयशंकर, चीन के विदेश मंत्री वांग वी से मुलाकात कर सकते हैं.
भारतीय थल सेना ने बताया था कि चीनी सेना के द्वारा पैंगोंग झील के दक्षिणी तट के करीब सात सितंबर की रात भारतीय सेना की पोस्ट के पास आने की कोशिश की और हवा में गोलियां चलाकर आक्रामकता भी देखा ने की कोसिस की . इससे पहले चीन की सेना PLA ने भारत की सेना पर आरोप लगाया था कि भारतीय सैनिकों ने LAC पार की और पैंगोंग झील के पास हवा में फायर किए. पिछले हफ्ते ही भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सीमा के हालातों को गंभीर बताते हुए कहा था कि राजनीतिक स्तर पर बहुत गहन विचार विमर्श की जरूरत है. इस से पहले भी पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को हुए संघर्ष में 20 भारतीय सैनिको की मौत हो गयी थी जिसके बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव काफी बढ़ गया था. चीनी जवान भी इस झड़प में हताहत हुए लेकिन चीन ने उनके बारे में कोईब जानकारी नहीं दी अमेरिका की एक खुफिया रिपोर्ट के अनुसार चीन के भी 35 जवान इस झड़प में मारे गये. एस जयशंकर ने कहा, ‘‘LAC पर अगर शांति नहीं रहते तो दोनों देशो के रिश्ते जारी नहीं रह सकते क्योंकि से संबंधों का आधार शांति ही है.'
सरकार के शीर्ष अधिकारीयो ने कल बताया था कि भारत और चीन के हालात बेहद ख़राब हो ते चले जा रहे हैं और यह किसी भी वक्त आर-पार की लड़ाई में बदल सकता है. हालांकि उन्होंने कहा है कि अभी कूटनीतिक और सैन्य स्तर की बातचीत की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है भारत और चीन के बीच आपस में कमांडर स्तर की बातचीत के लिए सहमति बन गयी है हालांकि अभी इसकी तारीख तय नहीं की गयी है. दक्षिण पैंगोंग की स्थिति को लेकर अधिकारियों ने चिंता तो जताई लेकिन उनका मानना है कि अभी जंग जैसे हालात पूरी तरह से नहीं बने हैं.
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